भारत में आयकर देश की आय का सबसे बड़ा स्रोत है, लेकिन एक चौंकाने वाला तथ्य यह है कि देश की कुल आबादी का केवल लगभग 2% हिस्सा ही नियमित रूप से आयकर देता है। सवाल उठता है कि क्या बाकी लोग वास्तव में टैक्स के दायरे से बाहर हैं या फिर बड़ी संख्या में लोग आयकर विभाग की नजरों से बच निकलते हैं? इस संदर्भ में देश में हुई कुछ ऐतिहासिक आयकर छापेमारियों की घटनाएं सामने आती हैं, जिन्होंने सरकार को भी चौंका दिया।
आयकर छापे का उद्देश्य
जब कोई व्यक्ति या संस्था अपनी आय को छुपाती है, टैक्स चोरी करती है या गलत जानकारी देकर रिटर्न दाखिल करती है, तो आयकर विभाग छापेमारी करता है। इन रेड्स का मुख्य उद्देश्य होता है:
- अघोषित आय की पहचान
- छिपी संपत्ति का खुलासा
- टैक्स रिटर्न की सच्चाई का मिलान
भारत की सबसे चर्चित आयकर रेड्स
1️⃣ धीरज साहू रेड (2023)
झारखंड और ओडिशा में हुई इस रेड में ₹351 करोड़ नकद और लगभग 3 किलोग्राम सोना बरामद हुआ। इसे भारत की अब तक की सबसे बड़ी आयकर रेड माना जाता है।
2️⃣ सरदार इंदर सिंह रेड (1981)
कानपुर में 16 जुलाई 1981 को हुई इस रेड में 90 आयकर अधिकारी और 200 पुलिसकर्मी शामिल थे। तीन रातों तक चली इस कार्रवाई में ₹1.60 करोड़ नकद, 750 तोले सोना, गहने और सोने के सिक्के बरामद हुए। यह रेड 2018 की फिल्म “Raid” की प्रेरणा बनी।
3️⃣ पीयूष जैन रेड (कानपुर)
इत्र व्यापारी पीयूष जैन के घर 120 घंटे तक चली रेड में ₹250 करोड़ नकद, 16 संपत्तियों के दस्तावेज और विदेशी संपत्ति का खुलासा हुआ।
4️⃣ सहारा ग्रुप रेड
दिल्ली और नोएडा में सहारा समूह पर हुई रेड में ₹135 करोड़ नकद और ₹1 करोड़ के आभूषण मिले। सुब्रत रॉय जांच के घेरे में आए।
5️⃣ बैंगलोर नोट छापेमारी (2016)
दो इंजीनियरों और दो ठेकेदारों के घरों पर रेड में ₹5.7 करोड़ नकद (₹4.8 करोड़ नए नोट), 7 किलो सोना और 9 किलो आभूषण जब्त हुए।
6️⃣ हैदराबाद पोस्ट ऑफिस CBI रेड
नोटबंदी के दौरान 8 पोस्ट ऑफिसों पर छापे पड़े। Himayat Nagar पोस्ट ऑफिस से ₹40 लाख नकद मिला और पुराने नोटों के लेन-देन की जांच शुरू हुई।
7️⃣ ‘बाहुबली’ प्रोड्यूसर्स पर रेड (2015)
फिल्म “बाहुबली” की कमाई पर नजर रखते हुए ग्रामीण इलाकों में रेड की गई, जिसमें ₹60 करोड़ नकदी मिली — कुछ नोट डिमोनेटाइज्ड भी थे।
8️⃣ जनार्दन रेड्डी की बेटी की शादी पर रेड
भव्य शादी समारोह पर आयकर विभाग की नजर रही। बीएस येदियुरप्पा सहित कई राजनीतिक हस्तियों ने इसमें भाग लिया।
9️⃣ चेन्नई इंजीनियरिंग कॉलेज रेड (2019)
एक निजी कॉलेज में ₹8 करोड़ अघोषित नकदी मिली, जो लगभग 400 बैंक खातों में फैली हुई थी।