नई दिल्ली: देश में लगातार बढ़ती महंगाई से जूझ रहे आम उपभोक्ताओं के लिए केंद्र सरकार ने एक राहत भरा कदम उठाया है। सरकार ने रोजमर्रा की खाद्य वस्तुओं पर लगाए गए गुड्स एंड सर्विस टैक्स (GST) को घटाकर 12% से 5% करने का प्रस्ताव रखा है। अगर यह बदलाव 22 सितंबर से लागू होता है, तो सरसों तेल, घी, दूध, दही और अन्य खाद्य सामग्री की कीमतों में उल्लेखनीय गिरावट देखने को मिलेगी।
क्या होगा असर?
- सरसों तेल: अभी ₹370 के पैक पर ₹44 GST लगता है, नई दरों के बाद यह घटकर ₹18 रह जाएगा — यानी ₹26 की सीधी बचत।
- घी: ₹650 के पैक पर ₹78 टैक्स लगता है, जो घटकर ₹32 हो जाएगा — ₹45 की राहत।
- तेल की कीमतें: बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, प्रति लीटर तेल की कीमत में ₹30 से ₹50 तक की गिरावट संभव है।
व्यापारियों और उपभोक्ताओं की प्रतिक्रिया
स्थानीय दुकानदारों और व्यापारियों ने इस प्रस्ताव का स्वागत किया है। मेरठ के दीपक गुप्ता (आटा चक्की मालिक) का कहना है कि इससे न केवल उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी, बल्कि बिक्री में भी बढ़ोतरी होगी। सस्ती कीमतों के चलते लोग त्योहारी सीज़न में अधिक खरीदारी करेंगे, जिससे बाजार में तेजी आएगी।
उपभोक्ताओं की उम्मीदें
महंगाई के चलते परिवारों का बजट बिगड़ चुका है, खासकर खाने वाले तेल और डेयरी उत्पादों के कारण। ऐसे में सरकार का यह कदम आम जनता के लिए राहत पैकेज जैसा है। उपभोक्ता उम्मीद कर रहे हैं कि यह प्रस्ताव जल्द लागू हो ताकि त्योहारों के समय उन्हें किफायती दामों पर ज़रूरी चीज़ें मिल सकें।