सोनाक्षी सिन्हा ने हाल ही में टॉक शो ‘द राइट एंगल विद सोनल कालरा’ में अपनी निजी जिंदगी को लेकर कई खुलासे किए। उन्होंने अपनी अंतरधार्मिक शादी, पारिवारिक रिश्तों और आने वाले प्रोजेक्ट्स पर खुलकर बात की। इंटरव्यू के दौरान जब उनसे पूछा गया कि क्या उनके रिश्ते में धर्म कभी आड़े आया, तो सोनाक्षी ने बेहद साफ शब्दों में कहा कि धर्म उनके और जहीर के बीच कभी भी कोई बाधा नहीं बना।
उन्होंने कहा कि भले ही वे दोनों अलग-अलग धार्मिक और सांस्कृतिक पृष्ठभूमि से आते हैं, लेकिन एक-दूसरे के रीति-रिवाज़ों और विश्वासों का सम्मान करते हैं। “हम एक कपल के रूप में अच्छे हैं। कुछ रीति-रिवाज हैं जो वह और उनका परिवार मानते हैं, जिनका मैं सम्मान करती हूं, और कुछ रीति-रिवाज हैं जो मैं और मेरा परिवार मानते हैं, जिनका वे भी पूरी तरह से सम्मान करते हैं।” उन्होंने कहा कि यही सम्मान ही उनके रिश्ते की खूबसूरती है और इसी में उनकी असली ताकत है।
सोनाक्षी ने बताया कि उनके माता-पिता, खासकर शत्रुघ्न सिन्हा और पूनम सिन्हा, ने जहीर को खुले दिल से स्वीकार किया है। उन्होंने हंसते हुए कहा, “100% दामाद है जहीर। जब जहीर घर आता है तो हर कोई इधर-उधर भागता है, कहते हैं ‘दामाद जी आ रहे हैं’… और मेरी मां बार-बार पूछती हैं, ‘क्या खाएगा?’ पापा को उनके साथ समय बिताना बहुत पसंद है।” सोनाक्षी ने ये भी बताया कि जहीर और उनके पापा अब बहुत अच्छे दोस्त बन गए हैं और अक्सर गहरी बातें करते हैं।
अपने रिश्ते की एक और खूबसूरत बात बताते हुए सोनाक्षी ने कहा कि प्यार का असली मतलब सिर्फ साथ बूढ़ा होना नहीं है, बल्कि ऐसा साथी ढूंढना है जिसके साथ आप बच्चे बनकर रह सकें। “जहीर के साथ रहकर महसूस हुआ कि आपको ऐसे इंसान की जरूरत है जिसके साथ आप हर दिन हंस सकें, मस्ती कर सकें। यह वो चीज थी जो मेरी जिंदगी में गायब थी और अब वह वापस आ गई है,” उन्होंने कहा।
सोनाक्षी ने अपनी आने वाली फिल्मों के बारे में भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उन्होंने हाल ही में दो फिल्में पूरी की हैं, जिनमें से एक उनकी पहली तेलुगु फिल्म है जिसका नाम है ‘जटाधारा’, और यह साल के अंत तक रिलीज़ हो सकती है। इसके अलावा उन्होंने एक हिंदी फिल्म भी पूरी की है, जिसके बारे में फिलहाल वह ज्यादा जानकारी साझा नहीं कर सकतीं। साथ ही एक और प्रोजेक्ट की अनाउंसमेंट जल्द की जाएगी।
इस इंटरव्यू से यह साफ जाहिर होता है कि सोनाक्षी इस वक्त अपने जीवन के एक बेहद संतुलित और खुशहाल दौर में हैं — जहां निजी रिश्तों में समझदारी और प्रोफेशनल मोर्चे पर नए प्रयोग दोनों ही उनके जीवन को खूबसूरत बना रहे हैं।