गुवाहाटी, 18 सितंबर – असम सिविल सेवा (ACS) की एक महिला अधिकारी नूपुर बोरा को भ्रष्टाचार के गंभीर आरोपों के चलते गिरफ्तार किया गया है। स्पेशल विजिलेंस सेल द्वारा की गई जांच और छापेमारी में उनके पास से बेहिसाब संपत्ति बरामद हुई है, जिसने राज्य सरकार से लेकर आम नागरिकों तक को चौंका दिया है।
92.5 लाख रुपये नकद और 1.5 करोड़ के गहने मिले
नूपुर बोरा 2019 बैच की ACS अधिकारी हैं। उनके खिलाफ पिछले छह महीनों से विशेष सतर्कता शाखा नजर रख रही थी। उन पर जमीन के सौदों में गड़बड़ियां कर मोटी रिश्वत लेने का आरोप है।
हाल ही में की गई छापेमारी में अधिकारियों को मिला:
- गुवाहाटी स्थित आवास से ₹92.50 लाख नकद
- लगभग ₹1.5 करोड़ के सोने और हीरे के गहने
- बरपेटा के किराए के मकान से ₹10 लाख नकद
बताया जा रहा है कि सिर्फ पांच साल की नौकरी में नूपुर बोरा ने अपनी आय के ज्ञात स्रोतों से 400 गुना अधिक संपत्ति जमा कर ली थी।
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने जताई सख्ती
असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस मामले पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा:
“नूपुर बोरा ने बरपेटा में सर्कल ऑफिसर रहते हुए हिंदुओं की जमीन संदिग्ध व्यक्तियों को ट्रांसफर की। यह गंभीर मामला है। अल्पसंख्यक बहुल इलाकों में इस तरह का भ्रष्टाचार कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
मुख्यमंत्री ने साफ किया कि केवल निलंबन या नौकरी से बर्खास्त करना काफी नहीं है, बल्कि दोषियों को कानूनी सजा दिलाना जरूरी है। उन्होंने जनता से अपील करते हुए कहा कि अगर कोई अधिकारी रिश्वत मांगता है, तो तुरंत इसकी शिकायत करें।
जांच का दायरा बढ़ा, दूसरे कर्मचारी के घर भी छापा
स्पेशल विजिलेंस टीम ने नूपुर बोरा के साथ काम करने वाले सुरजीत डेका नामक कर्मचारी के ठिकानों पर भी छापेमारी की है। अधिकारियों को शक है कि दोनों ने मिलकर बरपेटा जिले में जमीन की कई संदिग्ध डील्स की हैं। अब दोनों की बैंक डिटेल्स, संपत्ति और जमीन सौदों की गहन जांच की जा रही है।