नई दिल्ली। हाल ही में सोशल मीडिया और व्हाट्सएप पर तेजी से यह संदेश फैल रहा है कि रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ₹200 के नोटों को चलन से बाहर करने वाला है। इस अफवाह ने आम लोगों को उलझन में डाल दिया है। हालांकि, RBI ने स्पष्ट किया है कि ऐसी खबरें पूरी तरह निराधार और झूठी हैं।
नोटबंदी के बाद आया था ₹200 का नोट
वर्ष 2016 में नोटबंदी के दौरान पुराने ₹500 और ₹1000 के नोट बंद कर दिए गए थे। इसके बाद सरकार ने नई करेंसी सीरीज़ पेश की, जिसमें ₹200 का नया नोट भी शामिल था। इस नोट को आधुनिक सुरक्षा फीचर्स, आकर्षक डिजाइन और अलग रंग योजना के साथ जारी किया गया था, ताकि नकली नोटों पर रोक लग सके और जनता को छोटे लेन-देन में सुविधा हो।
अफवाहों का सच
वर्तमान में ₹200 का नोट वैध मुद्रा है और इसका लेन-देन सामान्य रूप से किया जा सकता है। RBI ने अब तक इस नोट को बंद करने संबंधी कोई भी अधिसूचना जारी नहीं की है। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की अफवाहें केवल भ्रम फैलाती हैं।
नोट की सुरक्षा विशेषताएँ
₹200 नोट में नकली नोटों से बचाने के लिए कई तकनीकें शामिल की गई हैं—
- वाटरमार्क और माइक्रो टेक्स्ट
- सिक्योरिटी थ्रेड
- रंग बदलने वाली स्याही
- विशेष डिज़ाइन और आकृतियाँ
ये सभी फीचर्स असली और नकली नोट में अंतर करने में मदद करते हैं।
डिजिटल लेन-देन का बढ़ता महत्व
भारत लगातार डिजिटल भुगतान की ओर बढ़ रहा है। UPI और मोबाइल वॉलेट ने नकद लेन-देन की निर्भरता को कुछ हद तक कम किया है। इसके बावजूद ₹200 का नोट अभी भी छोटे व्यापारियों और ग्रामीण क्षेत्रों में बेहद उपयोगी है।
RBI की अपील
RBI और बैंकिंग विशेषज्ञों ने नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें और केवल आधिकारिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। यदि किसी को संदेह है, तो वे निकटतम बैंक शाखा से संपर्क कर सकते हैं।